घटक : उसवां, मजिस्था, सौंफ, उन्नाव, हंसराज, गजवांन, शुगर
उपयोग : रक्तदोष, उपदंश विकार, सूजाक, कुष्ठ, वातरक्त, फोड़ा, फुन्सी, दाद-खाज, खुजली, एक्जिमा आदि रोगों में लाभप्रद
मात्रा अथवा चिकित्सानुसार : 5 से 10 ml तक सुबह व रात या चिकित्सक के आदेशानुसार दिन में 2 या 3 बार |
पैकिंग : 100 ml, 200 ml