घटक : अशोक छाल, सतावरी, दारू हल्दी, जटा मांसी, नागकंशर, उलट कवल, लौंग, सुगन्धवाला, वट मूल, धाय क॑ फूल, 'जम्बूत्वक(जामुन), उदुम्बर(गूलर), लाल चन्दन, परिरक्षक, सुगन्ध, शक्कर, खाद्य र॑जक |
उपयोग : रक्त प्रदर, श्वेत प्रदार, अनियमित ऋतु श्राव, गर्भाशय शिथिलता, एवं सूजन आदि में अपयोगी |
मात्रा अथवा चिकित्सानुसार : 20 से 30 ml दिन में 2 या 3 बार जल में मिलाकर अथवा चिकित्सक के निर्देशानुसार |
पैकिंग : 400 gm