घटक : असगन्ध, मकोय पचांग, अर्जुन छाल, झाउ(बड़ी माई,), कौंच बीज, रक्त रोहिणी, कालमेघ, शरपुखाँ, पुनर्नवा, दारू हल्दी, परिरक्षक, शक्कर, खाद्य रंजक, सुगन्ध |
उपयोग : यक्त विकार, यकृत शोथ, यकृत क्रिया, शौथिल्य, आदि में उपयोगी |
मात्रा अथवा चिकित्सानुसार : 5 से 10 ml जल में डालकर 2 या 3 बार या चिकित्सक के आदेशानुसार |
पैकिंग : 100 ml, 200ml, 450 ml